रामगंज मंडी गोलीकांडः पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए चली थी RSS नेता पर गोलियां
हिस्ट्रीशीटर का भाई निकला गोलीकांड का मुख्य आरोपी, पुलिस ने एमपी बॉर्डर पर दबोचा
कोटा. राम मंदिर के लिए चंदा मांगने गए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के जिला संघचालक पर मंगलवार रात रामगंजमंडी कस्बे में फायरिंग करने के तीनों आरोपियों को कोटा ग्रामीण पुलिस ने धर दबोचा। एसपी ग्रामीण शरद चौधरी ने खुलासा किया कि हमलावरों ने पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए RSS नेता पर फायरिंग की थी। दोनों के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है।
मंगलवार रात रामगंजमंडी कस्बा निवासी पत्थर कारोबारी एवं RSS के जिला संघचालक दीपक शाह संघ नेताओं के साथ राम मंदिर निर्माण के लिए कस्बे में घर घर जाकर निधि संग्रह कर रहे थे। इसी दौरान हिस्ट्रीशीटर बाबू पाया के भाई आशू पाया और बाइक पर सवार होकर आए उसके दो साथियों सूफियाना एवं भाविक चावड़ा ने दीपक शाह पर गोलियां चला दी।
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शाह को लगी दो गोलियां
जिला संघ चालक दीपक शाह के दोनों पैरों में गोलियां लगी। एक पैर की जांघ और दूसरे पैर में घुटने के पास गोलियां लगते ही वह गिर पड़े। फायरिंग होते ही कस्बे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मौके पर भीड़ जुट गई। शाह के साथी उन्हें रामगंजमंडी अस्पताल लेकर गए जहां से उन्हें कोटा के एमबीएस हॉस्पीटल रैफर कर दिया देर रात पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर भी हॉस्पीटल पहुंच गए। फिलहाल दीपक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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फरार हुआ मुख्य आरोपी
वारदात के बाद आशू पाया मौके से फरार हो गया, लेकिन उसके दोनों साथियों सूफियाना व भाविक चावड़ा को लोगों की मदद से रामगंजमंडी पुलिस ने मौके से ही पकड़ लिया। घटना के बाद एसपी शरद चौधरी के साथ कोटा ग्रामीण पुलिस के तमाम आला अफसर मौके पर जा पहुंचे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी ग्रामीण ने रातभर रामगंजमंडी में कैंप कर आशू पाया की गिरफ्तारी में जुटे रहे। आखिरकार बुधवार तड़के कोटा ग्रामीण पुलिस की जिला विशेष टीम व रामगंजमंडी पुलिस की टीम में एमपी बॉर्डर के पास झालावाड़ जिले के रायपुर से आशू को धर दबोचा।
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रात भर देता रहा पुलिस को चकमा
शाह पर फायरिंग करने के बाद आशू रामगंजमंडी से कार लेकर भाग निकला। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने उसका मोबाइल फोन तुरंत सर्विलांस पर डाल दिया। जिससे मिल रही लोकेशन के पीछे पुलिस रात भर दौड़ती रही। पुलिस को गच्चा देने के लिए आशू कार को कभी एमपी बॉर्डर तो कभी राजस्थान बॉर्डर पर घुमाता रहा। आखिर में झालावाड़ जिले के रायपुर पहुंचने के बाद वह कार छोड़कर खेतों में घुस गया। मोबाइल ट्रेस होने की भनक लगते ही उसने अपना फोन भी बंद कर लिया, लेकिन तब तक कोटा ग्रामीण पुलिस की कई टीमें रायपुरा पहुंच चुकी थी। जिन्होंने इलाके की घेराबंदी कर उसे नयागांव में धर दबोचा।
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शाह ने दर्ज कराया था मुकदमा
एसपी कोटा ग्रामीण शरद चौधरी ने बताया कि RSS नेता दीपक शाह और हिस्ट्रीशीटर बाबू पाया के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही है। कुछ दिन पहले बाबू ने शाह को धमकी दी थी। जिसके बाद शाह ने उसके खिलाफ रामगंजमंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया तो पुलिस ने पाया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फिलहाल बाबू जेल में हैं, लेकिन उसका छोटे भाई आशू ने बदला लेने के लिए अपने दो साथियों के साथ पूरी वारदात को अंजाम दिया था। तीनों आरोपियों को पुलिस ने 12 घंटे से भी कम वक्त में गिरफ्तार कर लिया है।