राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्डः 12वीं के नतीजे घोषित, #TISMedia पर देखें अपना रिजल्ट
कोरोना फार्मूले से 99.7 फीसदी बच्चे हुए पास, 8.23 लाख विद्यार्थी हुए थे परीक्षा में शामिल
TISMedia@Ajmer राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार शाम चार बजे 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए। कोरोना कहर के चलते सरकार ने सभी विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला लिया था। जिसके चलते अब तक के इतिहास में राजस्थान बोर्ड का 12वीं कक्षा का परिणाम अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर यानि 99.7 फीसदी रहा। 12वीं कक्षा में कुल 8.23 लाख विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था। स्ट्रीम-वार, वाणिज्य में सबसे ज्यादा 99.73 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की। जबकि कला में 99.19%,और विज्ञान वर्ग में सबसे कम 99.48% छात्रों ने परीक्षा पास की है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान (RBSE) अजमेर की ओर से शनिवार को जारी किया गया 12वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम आप बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajresults.nic.in और rajeduboard.rajasthan.gov.in पर देख सकते हैं। परीक्षा परिणाम घोषित करते समय शिक्षा मंत्री डोटेसरा के साथ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. डीपी जारोली भी मौजूद रहे।
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ऑफ लाइन परीक्षा में बैठने का मिलेगा मौका
परीक्षा परिणाम घोषित करने के बाद शिक्षा मंत्री डोटेसरा ने कहा कि जो छात्र रिजल्ट से खुश नहीं हैं, उन्हें एक ऑफलाइन परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा। जिसकी सूचना बोर्ड द्वारा बाद में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आगामी शैक्षणिक सत्र समय से शुरू कर दिया जाएगा। स्कूल खोलने के लिए मुख्यमंत्री ने पांच मंत्रियों की कमेटी गठित की है। जो इस बाबत जल्द फैसला कर उन्हें अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
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रिश्तेदारों के चयन पर बोले
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटेसरा ने अपने रिश्तेदारों का आरएएस में चयन होने और साक्षात्कार में एक समान अंक आने के सवाल पर कहा कि आयोग के पास स्वतंत्र जांच की शक्ति है। वह निष्पक्षता से काम करता है। वह अपने स्तर पर इसकी जांच कर सकती है। इसके साथ ही यदि कोई शिकायत करेगा तो सरकार भी उच्च स्तर पर इस मामले की जांच कराने को तैयार है। आज की तारीख में जो भी चर्चाएं हैं उसकी दो वजहें एक तो आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज होना। जिसे मेरे द्वारा उठाया गया था। और दूसरा ग्रामीण परिवेश के लोगों को सिस्टम में आगे बढ़ते देखना। क्योंकि कुछ लोग जो व्यवस्था पर अपना कब्जा जमाए रखना चाहते हैं उन्हें यह रास नहीं आता।