JEE Advanced 2022: दस में से किसी एक विद्यार्थी को ही मिलेगी आईआईटी, परीक्षा 28 अगस्त को

आईआईटी मुंबई ने घोषित की जेईई एडवांस्ड 2022 प्रवेश परीक्षा की तारीख

TISMedia@Kota आईआईटी मुंबई जेईई एडवांस्ड 2022 प्रवेश परीक्षा 28 अगस्त को कराएगा। परीक्षा के एडमिट-कार्ड 23 अगस्त को सुबह 10 बजे जारी कर दिए जाएंगे। परीक्षा के दोनों सत्र में 1.6 लाख स्टूडेंट्स शामिल होेंगे। इस परीक्षा के माध्यम से देश के 23 आईआईटी संस्थानों के बीटेक, इंटीग्रेटेड एमटेक तथा डुएल-डिग्री पाठ्यक्रमों की 16 हजार सीटों पर प्रवेश दिए जाएंगे।

आईआईटी मुंबई की ओर से जारी नोटिफिकेशन में शामिल सीटों और छात्रों की संख्या के हिसाब से प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले 10 विद्यार्थियों में से किसी एक विद्यार्थी को ही आईआईटी में दाखिला मिल सकेगा। परीक्षा का पैटर्न जेईई मैन से अलग रहेगा। इसमें इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ की बाध्यता रहेगी। परीक्षा में इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ क्लीयर होना अनिवार्य है। इसके बिना क्वालिफाई नहीं माने जाएंगे। जबकि, इससे पूर्व जेईई मेन में इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ क्लीयर होना अनिवार्य नहीं होता था। फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथमेटिक्स में से किसी एक विषय में भी इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ से कम अंक प्राप्त होते हैं तो उस विद्यार्थी को असफल करार दिया जाएगा।

कटऑफ और एग्रीगेट कटऑफ निर्धारित 
जनरल केटेगरी के विद्यार्थियों के लिए विषय वार कटऑफ 10% तथा एग्रीगेट कटऑफ 35% निर्धारित है। इसका मतलब यह कि जनरल कैटेगरी के विद्यार्थी को फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथमेटिक्स में प्रत्येक विषय में न्यूनतम 10% अंक तथा कुल मिलाकर एग्रीगेट 35% अंक प्राप्त करने ही होंगे। इसमें विद्यार्थी एग्रीगेट 35% से अधिक अंक लेकर आता है, लेकिन फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथमेटिक्स किसी विषय में उसके अंक 10% से कम रह जाते हैं तो वह असफल घोषित कर दिया जाएगा। कॉमन रैंक लिस्ट सीआरएल में स्थान प्राप्त करने के लिए इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ तथा एग्रीगेट कट ऑफ दोनों का क्लीयर करना अनिवार्य है। इसके साथ ही ईडब्लूएस के लिए 9% और ओबीसी के लिए 31.5% रखी गई है एससी, एसटी एवं पीडब्ल्यूडी केटेगरी के विद्यार्थियों के लिए यह 5% एवं 17.5% है।

3 बार कम की जा चुकी कटऑफ
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन एवं पूर्व मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट की और से विशेष परिस्थितियों में जब सफल विद्यार्थियों की संख्या न्यूनतम आवश्यक संख्या से भी कम हो जाती है तो सफल विद्यार्थियों की न्यूनतम आवश्यक संख्या प्राप्त करने के लिए कटऑफ कम कर दी जाती है। पूर्व में ऐसा किया जा चुका है। जेईई एडवांस्ड 2019, 2020 तथा 2021 में भी ऐसा किया गया था।

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