jee advanced paper analysis: जेईई एडवांस्ड में पहली बार न्यूमेरिकल टाइप प्रश्न पैरेग्राफ में पूछे गए

गणित कठिन, फिजिक्स औसत और आसान रही कैमेस्ट्री

TISMedia@Kota देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड परीक्षा रविवार को राजस्थान के नौ व देश के 22़9 शहरों  में संपन्न हुई। यह परीक्षा आईआईटी खड़गपुर द्वारा आयोजित कराई गई थी। परीक्षा दो चरणों में सुबह 9 से 12 व दोपहर 2ः30 से शाम 5ः30 बजे तक हुई।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की ओर से विशेष रूप से तैयार सी-सेट एप पर विद्यार्थियों की ओर से मिले फीडबैक के अनुसार जेईई एडवांस्ड 2021 का पेपर पिछले वर्ष की तुलना में कुछ आसान था। फिजिक्स व कैमिस्ट्री का पेपर ओवरऑल आसान और आईआईटी के स्तर का रहा। जबकि मैथ्स का पेपर ज्यादा लेन्दी और प्रश्नों की भाषा काफी उलझाने वाली रही।

लैंदी रहा पेपर 
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि कुछ विद्यार्थियों ने पेपर का पैटर्न वर्ष 2018 जैसा भी बताया लेकिन, प्रश्नों को पूछने का तरीका अलग था। पेपर लैंदी होने से विद्यार्थियों को समय काफी लगा। जिस विद्यार्थी ने अलग-अलग डिफीकल्टी लेवल के पेपरों को सॉल्व करने का अभ्यास किया होगा, साल भर एडवांस तैयारी की होगी, उन विद्यार्थियों के लिए पेपर हल करना थोड़ा आसान हो सकता है।

यह था नया बदलाव 
जेईई एडवांस्ड 2021 के पेपर में पहली बार न्यूमेरिकल टाइप प्रश्न पैरेग्राफ में पूछे गए। प्रत्येक न्यूमेरिकल प्रश्न 2 अंक का था। नेगेटिव मार्किंग नहीं थी। जबकि इंटीजर प्रश्नों को नॉन नेगेटिव इंटीजर प्रश्नों के रूप में पूछा गया। जोकि प्रत्येक 4 अंक का था। शेष प्रश्न सिंगल करेक्ट, मल्टीपल करेक्ट व पैरेग्राफ पैटर्न पर आधारित रहे। पेपर 1 और पेपर 2 में  कुल 57-57 प्रश्न यानी फिजिक्स, मैथ्स और कैमिस्ट्री में 19-19 प्रश्न आए। पेपर 1 और पेपर 2 कुल 360 अंकों का था। प्रत्येक विषय को चार अलग-अलग भागों, ए, बी, सी, डी में विभाजित किया गया था।

कैमिस्ट्री
कैमिस्ट्री के पेपर में अधिकांश प्रश्न एनसीईआरटी बेस्ड रहे। 11वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं के सिलेबस से समान संख्या में प्रश्न पूछे गए। फिजीकल कैमिस्ट्री में कैलकुलेशन ज्यादा रही। फिजीकल कैमिस्ट्री के पेपर 2 में सीधे फार्मूला आधारित प्रश्न पूछे गए थे। ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री पिछले वर्ष जैसी रही लेकिन इसमें कैलकुलेशन बेस्ड प्रश्न भी रहे। जबकि इनऑर्गेनिक कैमिस्ट्री में मेटलर्जी, सॉल्ट एनालिसिस व कॉर्डिनेशन कैमिस्ट्री का वेटेज ज्यादा रहा।

फिजिक्स-मैथ 
फिजिक्स का पेपर आसान था और आईआईटी के स्तर का रहा। प्रश्नों का समायोजन काफी अच्छा था। 11वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं के सिलेबस के लगभग सभी टॉपिक को कवर किया गया था। मैथ्स का पेपर सबसे ज्यादा कठिन रहा। पेपर 2 में कैलकुलस एंड कॉर्डिनेट ज्योमेट्री टॉपिक से पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या ज्यादा रही। प्रश्नों की भाषा काफी उलझाने वाली थी।

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