“राम” और “लक्ष्मण” ने दी “रावण” को श्रद्धांजलि, केवट के किरदार के लिए ऑडिशन देने गए थे अरविंद

अमरीश पुरी का नाम तय हुआ था रावण का किरदार निभाने के लिए, लेकिन चाल-ढ़ाल ने मोहा मन

TISMedia@Kota दूरदर्शन पर प्रसारित हुए रामानंद सागर के बेहद लोकप्रिय पौराणिक सीरियल ‘रामायण’ में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार की रात 11 बजे निधन हो गया। 83 वर्षीय अरविंद त्रिवेदी ने अपने घर पर अंतिम सांस ली। “रावण” को “राम-लक्ष्मण” ही नहीं पूरे देश ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

अभिनेता अरविंद त्रिवेदी की बेटी एकता ने “रावण” के निधन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह एकदम स्वस्थ थे, लेकिन मंगलवार रात उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। अपने अंतिम समय में भी वह शिव महिमा स्रोत और ‘राम’ नाम का जाप कर रहे थे।

“रावण” की आखिरी इच्छा 
अभिनेता अरविंद त्रिवेदी की बेटी एकता ने बताया कि उनकी आखिरी इच्छा यह थी कि जब भी उनका निधन हो “राम नाम” का ही वस्त्र पहनाना। इसलिए मृत्यु पश्चात उन्हें धोती और ‘राम’ नाम का पीला कुर्ता पहनाया गया है। उनका अंतिम संस्कार बुधवार शाम सात बजे मुंबई के कांदिवली में किया जाएगा। रामायण की शूटिंग को याद करते हुए अरविन्द त्रिवेदी अक्सरकर कहा करते थे कि “मैं असल ज़िन्दगी में भी राम भक्त और शिव भक्त हूँ इसलिए जब भी शूटिंग पर जाया करता तो पूरा दिन उपवास रखता क्योंकि मुझे इस बात का दुःख होता कि दिए हुए स्क्रिप्ट के हिसाब से मुझे श्रीराम को उल्टे-सीधे शब्द बोलने हैं।” “मैं पूरा दिन उपवास रखता और शूटिंग शुरू होने से पहले राम और शिव की पूजा आराधना करता और जब शूटिंग ख़त्म हो जाती तो कपड़े बदलकर रात को अपना उपवास खोलता। शूटिंग के दौरान यही मेरी दिनचर्या होती।” अरविंद असल जिन्दगी में भी अरुण गोविल को प्रभु ही पुकारते थे।

केवट बनने गए थे अरविंद 
रामानंद सागर के धारावाहिक ‘रामायण’ में रावण का रोल निभाकर अरविंद त्रिवेदी ने खासी लोकप्रियता बटोरी थी। वह मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 250 से भी ज़्यादा गुजराती फिल्मों में काम किया था। जिन दिनों वह गुजरात में थिएटर से जुड़े थे तो उन्हें पता चला कि रामानंद सागर ‘रामायण’ बना रहे हैं और किरदारों की कास्टिंग कर रहे हैं तो वो ऑडिशन देने के लिए गुजरात से मुंबई आएं। बड़ी बात यह थी कि वह रावण नहीं, केवट का किरदार निभाना चाहते थे। लेकिन, जब वह ऑडिशन देकर बाहर निकलने लगे तो बॉडी लैंग्वेज और ऐटीट्यूड देख कर रामानंद सागर बोल उठे… मुझे मेरा रावण मिल गया। जबकि पूरी स्टार कास्ट अमरीशपुरी को रावण के तौर पर देखना चाहती थी।

आसान नहीं थी शूटिंग 
अरविंद त्रिवेदी का किरदार इतना दमदार था कि जब उनकी आवाज़ टीवी पर दशानन लंकेश के रूप में गूंजती थी, तो लगता था कि वास्तविक रावण ही छोटे पर्दे पर उतर आया है, लेकिन रावण ऐसे ही नहीं बने। इसके लिए उन्हें खासी मेहनत करनी पड़ी। इस किरदार को जीवंत करने के लिए शूटिंग से पहले सिर्फ तैयार होने में ही उन्हें पांच घंटे लगते थे। भारी भरकम आभूषण और कपड़े ही नहीं दस किलो का मुकुट भी पहनना पड़ता था। रामायण की शूटिंग गुजरात-महाराष्ट्र बॉर्डर के पास उमरगाम में हुआ करती थी। इसलिए वह  बंबई से ट्रेन पकड़ कर उमरगाम जाया करते। शुरुआत में तो उन्हें ट्रेन में सीट भी नहीं मिलती थी और खड़े होकर जाना पड़ता था, लेकिन जब धारावाहिक टीवी पर आने लगा तो लोग खुद उन्हें खड़े होकर अपनी सीट दे दिया करते थे। वह खुद कहते थे कि उन्हें इस सीरियल से इतनी लोकप्रियता मिली कि “इस सीरियल के बाद मैं लोगों के लिए अरविंद त्रिवेदी नहीं, लंकापति रावण हो गया था।”

सांसद भी रहे रावण 
रामायण में रावण का किरदार निभाने के बाद अरविंद त्रिवेदी ने राजनीति में भी कदम रखा। 1991 में अरविंद त्रिवेदी गुजरात की साबरकांठा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़े और भारी मतों से जीतकर सांसद चुने गए थे। अरविंद त्रिवेदी को हराने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री अपनी पत्नी निशा चौधरी को चुनाव में उतारना पड़ा। तब जाकर यह सीट कांग्रेस को वापस मिली। साल 2002 में उन्हें भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफ़सी) का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था।

राम-लक्ष्मण-सीता ने दी श्रद्धांजलि 
रामायण में ‘राम’ का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने ट्विटर पर अरविंद त्रिवेदी को श्रद्धांजलि दी है। श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने लिखा -‘आध्यात्मिक रूप से रामावतार का कारण और सांसारिक रूप से एक बहुत ही नेक, धार्मिक, सरल स्वभावी इंसान और मेरे अतिप्रिय मित्र अरविंद त्रिवेदी जी को आज मानव समाज ने खो दिया। नि:संदेह वे सीधे परमधाम जाएंगे और भगवान श्रीराम का सानिध्य पाएंगे।’ लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी ने अरव‍िंद त्रिवेदी की दो तस्वीरें शेयर कर ट्वीट किया- ‘बहुत दुखद समाचार है कि हमारे सबके प्यारे अरव‍िंद भाई (रामायण के रावण) अब हमारे बीच नहीं रहे. भगवान उनकी आत्मा को शांती दे…मेरे पास शब्द नहीं हैं, मैंने एक पिता समान शख्स को खो दिया है, मेरे मार्गदर्शक, शुभचिंतक और सज्जन व्यक्त‍ि.’ दीप‍िका चिखल‍िया ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा कर लिखा- ‘उनके पर‍िवार के प्रति मेरी संवेदनाएं…एक बहुत शानदार इंसान थे..।” रामायण में ‘सीता’ का रोल निभाने वाली दीपिका चिखलिया ने भी इंस्टाग्राम पर अरविंद जी की फोटो शेयर करते हुए एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट शेयर करते हुए उन्होने कैप्शन में लिखा- ‘उनके पर‍िवार के प्रति मेरी संवेदनाएं…वह एक बहुत शानदार इंसान थे..।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!