ACB Trap: ढाई लाख रुपए लेकर भागा घूसखोर सहायक निदेशक उद्यान, एसीबी ने घर से दबोचा

TISMedia@Bundi बूंदी एसीबी ने घूसखोरों के खिलाफ सोमवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उद्यान विभाग के सहायक निदेशक रामप्रसाद मीणा को ढाई लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। मीणा सोलर प्लांट लगाने के लिए ठेकेदार से यह घूस ले रहा था। जैसे ही एसीबी ने मीणा के दफ्तर पर छापा मारा वह घूस की रकम लेकर बाइक से भाग निकला। हालांकि एसीबी ने उसे उसके घर से ही दबोच लिया।

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एसीबी को सोलर प्लांट ठेकेदार पुरुषोत्तम शर्मा ने परिवाद दिया, जिसमें बताया था कि सोलर प्लांट फाइलों के वेरिफिकेशन की एवज में सहायक निदेशक 5 लाख रुपए मांग कर रहा है। एसीबी ने सोलर ठेकेदार के परिवाद का सत्यापन कराया। जिसमें सहायक निदेशक के रुपए मांगने की पुष्टि हुई। एसीबी ने जाल बिछाया और सोमवार को बूंदी के खोजागेट स्थित सहायक निदेशक के कार्यालय में कार्रवाई की। ट्रेप की कार्रवाई एसीबी के डिप्टी ज्ञानचंद, सीआइ ताराचंद, शिवनारायण सोनी, जितेन्द्र सिंह, चंद्रेश गोयल, राजकमल, रामसिंह, प्रेमप्रकाश कटारा ने की।

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कार्रवाई की भनक लगते ही भागा 
चौंकाने वाली बात यह रही कि मीणा को एसीबी कार्रवाई की भनक पहले ही लग गई और वह अपने दफ्तर से बाइक लेकर फरार हो गया। उसकी इस हरकत से एसीबी की टीम भौंचक्की रह गई, लेकिन टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसका पीछा करना शुरू कर दिया। मीणा अपने दफ्तर से भागकर देवपुरा स्थित किराए के मकान पर पहुंचा। जहां एसीबी ने उसे घूस की रकम के साथ रंगे हाथों धर दबोचा। एसीबी टीम घूसखोर रामप्रसाद को एसीबी चौकी पहुंची तो वहां भी वह बेशर्मी दिखाते हुए पूरे समय हंसता ही रहा। मीडिया कर्मियों से यह कहते हुए एसीबी चौकी में गया कि ऐसा मौका कभी-कभी आता है। वह फोटो खींचने के दौरान नीचे नहीं बैठा।

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प्रति फाइल मांगता था 4 हजार रुपये
सहायक निदेशक प्रत्येक फाइल के वेरिफिकेशन के 4 हजार रुपये मांगता था। नहीं देने पर फाइलों को ऑफिस में अटका कर रखता था। सहायक निदेशक मीणा की इस हरकत से सारे किसान और ठेकेदार परेशान थे। मजबूरी में सोलर ठेकेदार ने एसीबी की शरण ली।

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